Shooting Star Candlestick Pattern क्या है? | ट्रेडिंग में Shooting Star पैटर्न की पहचान और उपयोग हिंदी में।

इस लेख में जानेंगे Shooting Star Candlestick Pattern क्या होता है, इसे कैसे पहचानें, और इस पैटर्न से ट्रेडिंग कैसे करें। Shooting Star का मतलब, उदाहरण और सफलता दर हिंदी में।

Shooting Star Candlestick Pattern

शेयर मार्केट में सफलता पाने के लिए सिर्फ भावनाओं से नहीं, बल्कि तकनीकी विश्लेषण (Technical Analysis) से काम करना ज़रूरी होता है। तकनीकी विश्लेषण में कैंडलस्टिक चार्ट पैटर्न्स सबसे लोकप्रिय और भरोसेमंद इंडिकेटर माने जाते हैं। आज हम इसी के एक बेहद महत्वपूर्ण पैटर्न — Shooting Star Candlestick Pattern — के बारे में विस्तार से जानेंगे।

यह पैटर्न ट्रेंड रिवर्सल (Trend Reversal) यानी तेजी से मंदी में बदलने का एक मजबूत संकेत देता है। इस लेख में हम समझेंगे कि Shooting Star Candlestick क्या होती है, इसे कैसे पहचानें, इसका मनोविज्ञान क्या है, और इससे ट्रेडिंग कैसे करें।

🔹 Shooting Star Candlestick Pattern क्या है?

Shooting Star Candlestick Pattern एक सिंगल बेयरिश रिवर्सल कैंडलस्टिक पैटर्न है, जो अपट्रेंड (Uptrend) के अंत में बनता है। इस पैटर्न में कैंडल की बॉडी नीचे की ओर छोटी होती है, और उसके ऊपर की शैडो (उपर की बाती) बॉडी से लगभग दोगुनी लंबी होती है।

इस कैंडल की लोअर शैडो बहुत छोटी होती है या नहीं होती, जो दर्शाता है कि खरीदारों ने कीमत को ऊपर ले जाने की कोशिश की, लेकिन विक्रेताओं ने बाजार पर नियंत्रण हासिल कर लिया।

👉 संक्षेप में, Shooting Star का अर्थ है कि बाजार अब तेजी से मंदी की ओर मुड़ने वाला है।

🔹 Shooting Star Candlestick का मनोविज्ञान (Psychology Behind Shooting Star)

इस पैटर्न के पीछे का मनोविज्ञान बहुत रोचक है। जब कोई स्टॉक या इंडेक्स लगातार ऊपर जा रहा होता है, तब खरीदार उत्साहित होकर ऊंची कीमतों पर खरीदारी करते रहते हैं।
लेकिन जब Shooting Star बनती है, तब यह संकेत होता है कि —

  1. खरीदारों ने कीमत को ऊपर धकेला,

  2. लेकिन ऊंचे स्तर पर विक्रेता सक्रिय हो गए,

  3. उन्होंने भारी मात्रा में बिकवाली की,

  4. परिणामस्वरूप कैंडल नीचे बंद हुई और लंबी ऊपरी छाया बन गई।

यह स्थिति दर्शाती है कि अब खरीदारों की ताकत घट रही है और विक्रेताओं का दबाव बढ़ रहा है। इसलिए Shooting Star एक बेयरिश रिवर्सल सिग्नल माना जाता है।

🔹 Shooting Star Candlestick कैसे पहचानें?

Shooting Star Candlestick पहचानने के लिए निम्नलिखित शर्तें पूरी होनी चाहिए —

  1. ट्रेंड: सबसे पहले यह पैटर्न अपट्रेंड में ही बनना चाहिए।

  2. बॉडी: कैंडल की बॉडी छोटी और निचले हिस्से में होनी चाहिए।

  3. शैडो: ऊपरी छाया (Upper Shadow) बॉडी से कम से कम दोगुनी लंबी होनी चाहिए।

  4. लोअर शैडो: बहुत छोटी या न के बराबर होनी चाहिए।

  5. कलर: कैंडल का रंग लाल या हरा कोई भी हो सकता है, लेकिन लाल रंग ज्यादा मजबूत मंदी का संकेत देता है।

🔹 Shooting Star Candlestick Pattern की पुष्टि (Confirmation)

सिर्फ एक Shooting Star बन जाने से ट्रेड में प्रवेश नहीं करना चाहिए। आपको उसके बाद बनने वाली कैंडल्स से कन्फर्मेशन लेना चाहिए।

✅ अगर Shooting Star के बाद एक बेयरिश कैंडल बनती है और वह पिछले 3 कैंडल्स के लो को तोड़ देती है, तो यह कन्फर्मेशन होता है कि अब ट्रेंड मंदी की दिशा में बदल गया है।

🔹 Shooting Star Candlestick से ट्रेड कैसे करें?

अब जानते हैं कि इस पैटर्न का सही उपयोग कैसे करें👇

1. Entry Point (प्रवेश बिंदु)

जब Shooting Star बनने के बाद अगली कैंडल पिछले 3 कैंडल्स के लो लेवल को तोड़ दे, तब उस लेवल के नीचे सेल एंट्री लें।

2. Target Point (लक्ष्य बिंदु)

ट्रेड में एंट्री के बाद, आपका टारगेट “एंट्री पॉइंट” और Shooting Star कैंडल के हाई पॉइंट के अंतर के बराबर होना चाहिए।

👉 उदाहरण:
अगर Shooting Star का हाई 105 और एंट्री पॉइंट 74 है, तो आपका टारगेट = 74 – (105 – 74) = 43 रहेगा।

3. Stop Loss (स्टॉप लॉस)

हमेशा अपना स्टॉपलॉस Shooting Star कैंडल के हाई के ठीक ऊपर लगाएं। इससे यदि बाजार विपरीत दिशा में जाता है, तो आपका नुकसान सीमित रहेगा।

4. Trailing Stop Loss (ट्रेलिंग स्टॉप लॉस)

जैसे-जैसे कीमत नीचे गिरती जाए, आप अपने स्टॉपलॉस को नीचे के नए हाई के पास एडजस्ट करते रहें ताकि मुनाफा सुरक्षित रहे।

🔹 Shooting Star Pattern की सफलता दर (Success Rate)

किसी भी तकनीकी इंडिकेटर की 100% सटीकता नहीं होती। Shooting Star Candlestick Pattern लगभग 60%–70% बार सही सिग्नल देता है।

यदि आप इस पैटर्न के साथ अन्य इंडिकेटर जैसे — RSI, MACD, या Volume Analysis — का उपयोग करें, तो इसकी विश्वसनीयता और बढ़ जाती है।

🔹 Trading Tips (ट्रेडिंग के उपयोगी सुझाव)

  1. हमेशा ट्रेंड और वॉल्यूम की पुष्टि करें।

  2. बिना कन्फर्मेशन के कभी एंट्री न लें।

  3. एंट्री, टारगेट और स्टॉपलॉस पहले से तय करें।

  4. छोटे-छोटे मुनाफे बुक करते रहें।

  5. बैकटेस्टिंग करें — हर दिन 10–15 चार्ट का अभ्यास करें।

  6. TradingView जैसे प्लेटफॉर्म पर Shooting Star पैटर्न पहचानने का अभ्यास करें।

अस्वीकरण: इस लेख में दी गई जानकारी केवल शैक्षिक उद्देश्यों के लिए है। यदि आप शेयर बाजार में निवेश करना चाहते हैं, तो आपको स्वयं शेयर बाजार के बारे में सीखना चाहिए या किसी वित्तीय सलाहकार और प्रमाणित विशेषज्ञ से परामर्श लेना चाहिए। शेयर बाजार जोखिम भरा होता है। कोई भी निवेश करने से पहले, आपको किसी विशेषज्ञ से परामर्श अवश्य लेना चाहिए।

🔹 निष्कर्ष (Conclusion)

 

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