Income Tax Cash Transactions Rule 2025 के तहत ₹20,000 से ज्यादा कैश लोन या ₹2 लाख से ऊपर नकद लेन-देन पर जुर्माना लग सकता है। इस लेख में जानेंगे, Section 269SS, 269ST, 271D और 271DA के नियम और पेनल्टी की पूरी जानकारी।

💰 Income Tax Cash Transactions Rule 2025 क्या है?
अगर आप सोचते हैं कि कैश में ज्यादा लेन-देन (Cash Transaction) करना आसान है, तो अब आपको सावधान होने की जरूरत है। Income Tax Act 1961 के तहत Cash Transactions Rule 2025 में कई कड़े नियम लागू किए गए हैं।
अगर कोई व्यक्ति ₹20,000 से अधिक का कैश लोन, डिपॉजिट या पेमेंट करता है, तो Section 269SS और Section 269ST के नियमों का उल्लंघन माना जाएगा। इन नियमों के तहत भारी जुर्माना (Penalty) लग सकता है — और यह जुर्माना उतना ही होता है जितनी राशि आपने कैश में ली या दी है।
⚖️ Section 269SS – ₹20,000 से ज्यादा कैश लोन या डिपॉजिट लेना मना है।
Section 269SS के तहत कोई भी व्यक्ति ₹20,000 या उससे अधिक का कैश लोन या डिपॉजिट नकद (Cash) में नहीं ले सकता।
यह राशि केवल इन माध्यमों से ही स्वीकार्य है:
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Account Payee Cheque
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Bank Draft
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Digital Payment (NEFT, RTGS, UPI आदि)
अगर आप इन नियमों को तोड़ते हैं, तो यह सीधा Income Tax Act का उल्लंघन है।
👉 Penalty (Section 271D):
अगर आपने ₹30,000 कैश लिया, तो ₹30,000 का ही जुर्माना देना होगा। यह जुर्माना Section 271D के तहत लगाया जाता है।
👨👩👦 दोस्त या रिश्तेदार से कैश लोन लेने पर भी लागू होता है नियम।
बहुत से लोग मानते हैं कि अगर वे अपने दोस्त या रिश्तेदार से कैश में लोन लेते हैं, तो टैक्स के नियम लागू नहीं होंगे — लेकिन यह गलत है। Income Tax Act के Section 269SS के तहत यह नियम हर व्यक्ति पर लागू होता है, चाहे वह परिवार का सदस्य हो या मित्र।
उदाहरण के लिए:
अगर आपने अपने रिश्तेदार से ₹25,000 कैश उधार लिया, तो यह Section 269SS का उल्लंघन है। आपको इस पर उतना ही जुर्माना देना होगा जितनी राशि आपने ली — यानी ₹25,000, इसलिए, ₹20,000 से ज्यादा कैश लोन हमेशा बैंक या डिजिटल माध्यम से ही लें।
🧾 Section 269ST – ₹2 लाख से ऊपर कैश ट्रांजैक्शन पर रोक।
Section 269ST एक और बेहद अहम नियम है जो ₹2 लाख से ज्यादा नकद लेन-देन पर रोक लगाता है।
इस नियम के तहत:
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कोई भी व्यक्ति ₹2 लाख या उससे अधिक नकद (Cash) एक दिन में नहीं ले सकता।
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एक ही व्यक्ति से एक ही ट्रांजैक्शन में ₹2 लाख या ज्यादा नहीं लिया जा सकता।
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किसी एक इवेंट या अवसर (Event) के लिए भी ₹2 लाख से ज्यादा कैश नहीं लिया जा सकता।
👉 Penalty (Section 271DA):
अगर आपने ₹2 लाख से अधिक का कैश लिया, तो उतनी ही राशि का जुर्माना (Equal Penalty) देना होगा।
🏛️ किन्हें इन नियमों से छूट है?
इन नियमों से केवल कुछ संस्थाओं को ही छूट दी गई है, जैसे:
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सरकारी संस्थान (Government Bodies)
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बैंक (Banks)
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पोस्ट ऑफिस सेविंग्स बैंक
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नोटिफाइड संस्थान
बाकी सभी व्यक्तियों, कारोबारियों और टैक्सपेयर्स पर ये नियम लागू होते हैं।
⚠️ Section 271D और Section 271DA के तहत पेनल्टी।
| धारा (Section) | नियम का उल्लंघन | पेनल्टी का प्रावधान |
|---|---|---|
| Section 269SS | ₹20,000 से ज्यादा कैश लोन या डिपॉजिट लेना | Section 271D के तहत उतनी ही राशि का जुर्माना |
| Section 269ST | ₹2 लाख से ज्यादा नकद प्राप्त करना | Section 271DA के तहत समान राशि का जुर्माना |
⚖️ सुप्रीम कोर्ट का अप्रैल 2025 का फैसला।
अप्रैल 2025 में सुप्रीम कोर्ट ने एक अहम फैसला सुनाया। कोर्ट ने कहा कि अगर कोई व्यक्ति ₹2 लाख से ज्यादा का कैश ट्रांजैक्शन करता है, तो यह Section 269ST का उल्लंघन माना जाएगा।
कोर्ट ने यह भी कहा:
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लोन देने वाले को बताना होगा कि इतनी बड़ी नकद राशि उसने कहां से प्राप्त की।
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काले धन (Black Money) और टैक्स चोरी (Tax Evasion) रोकने के लिए यह नियम सख्ती से लागू किया गया है।
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अगर कोई व्यक्ति इन नियमों का पालन नहीं करता, तो उस पर भारी पेनल्टी लग सकती है और इनकम टैक्स विभाग (Income Tax Department) जांच भी कर सकता है।
💡 आपके लिए जरूरी सलाह (Taxpayer Tips)
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हमेशा ₹20,000 से ज्यादा का लोन बैंक के माध्यम से लें या दें।
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₹2 लाख से ऊपर की किसी भी डील या खरीद-फरोख्त में कैश का प्रयोग न करें।
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डिजिटल मोड (UPI, NEFT, RTGS, Cheque) को प्राथमिकता दें।
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अगर किसी कारण से कैश में लेन-देन करना जरूरी हो, तो Proper Receipt और Written Proof रखें।
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इनकम टैक्स ऑडिट या जांच की स्थिति में सभी लेन-देन का रिकॉर्ड दिखाना जरूरी होता है।
अस्वीकरण: इस लेख में दी गई जानकारी केवल शैक्षिक उद्देश्यों के लिए है। यदि आप शेयर बाजार में निवेश करना चाहते हैं, तो आपको स्वयं शेयर बाजार के बारे में सीखना चाहिए या किसी वित्तीय सलाहकार और प्रमाणित विशेषज्ञ से परामर्श लेना चाहिए। शेयर बाजार जोखिम भरा होता है। कोई भी निवेश करने से पहले, आपको किसी विशेषज्ञ से परामर्श अवश्य लेना चाहिए।
🔍 निष्कर्ष (Conclusion)