जब कोई कंपनी पहली बार शेयर जारी करती है, तो उस कंपनी को शेयर मार्किट में आईपीओ लेकर आना होता है।
वह कंपनी आईपीओ के माध्यम से कंपनी के लिए धन जुटाती है, ताकि कंपनी के भविष्य में व्यापर बढ़ सके।
कंपनी आईपीओ लाने से पहले कंपनी के पास बहुत कम शेयर होल्डर होते है, लेकिन आईपीओ आने के बाद, कंपनी अपने शेयर लोगो के लिए लाती है।
अगर आपको शेयर मार्किट में कोई भी कंपनी में निवेश करना है, तो आपको उस कंपनी का फंडामेंटल एनालिसिस जरूर करना चाहिए।
उसी तरह किसी भी कंपनी के आईपीओ में पैसा इन्वेस्ट करने से पहले, उस कंपनी की फाइनेंसियल जानकारी आपको पता करनी चाहिए।
फिक्स प्राइस आईपीओ को इशू प्राइस भी कहा जाता है। शेयर बाजार में कोई कंपनी अपने शेयर की प्राइमरी सेलिंग के लिए फिक्स प्राइस ऑफरिंग निर्धारित करती है।
बुक बिल्डिंग ऑफरिंग में, जो कंपनी आईपीओ शुरू करती है, वह कंपनी निवेशक को 20% मूल्य बैंड देती है।
1. आपको कम किंमत पर शेयर खरीदने का अवसर मिलता है। 2. आपको निवेश करने का एक बहुत अच्छा मौका मिलता है।